tag:blogger.com,1999:blog-4909147563974931178.post7925236404682807..comments2023-10-26T05:46:20.809-07:00Comments on gazal sanjay dani ki: देश से प्यार हैѕнαιя ∂я. ѕαηנαу ∂αηιhttp://www.blogger.com/profile/05121772506788619980noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-4909147563974931178.post-31096713932063584892011-02-06T19:46:35.559-08:002011-02-06T19:46:35.559-08:00सुरेन्द्र जी और महेन्द्र भाई जी का बहुत बहुत आभार।...सुरेन्द्र जी और महेन्द्र भाई जी का बहुत बहुत आभार।ѕнαιя ∂я. ѕαηנαу ∂αηιhttps://www.blogger.com/profile/05121772506788619980noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4909147563974931178.post-62637826582911202362011-01-27T23:51:32.683-08:002011-01-27T23:51:32.683-08:00अपनी ज़ुल्फ़ों की घटाओं को रखो तरतीब से,
सूर्य की ...अपनी ज़ुल्फ़ों की घटाओं को रखो तरतीब से,<br />सूर्य की बुनियाद वरना ढहने को तैयार है।<br /><br />सभी शे‘र बेमिसाल, लेकिन इस शे‘र की बात ही कुछ और है।<br />बहुत अच्छी लगी यह ग़ज़ल।महेन्द्र वर्माhttps://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4909147563974931178.post-11012675389018892452011-01-27T04:50:04.449-08:002011-01-27T04:50:04.449-08:00उम्दा ग़ज़ल ...
हर शेर बेहतरीन ..
संजय दान...उम्दा ग़ज़ल ...<br />हर शेर बेहतरीन ..<br /> संजय दानी जी ,<br /> आपकी ग़ज़लें पढना बहुत अच्छा लगता है |सुरेन्द्र सिंह " झंझट "https://www.blogger.com/profile/04294556208251978105noreply@blogger.com